सारस्वतारिष्ट का प्रयोग करने के बाद मेरी मिर्गी की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है।

सारस्वतारिष्ट का प्रयोग करने के बाद मेरी मिर्गी की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है।

सारस्वतारिष्ट पर पंकज अवधिया Pankaj Oudhia on Saraswatarishta 2

प्रश्न: सारस्वतारिष्ट का प्रयोग करने के बाद मेरी मिर्गी की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है। इसके गुणों को देखते हुए मैं इसका प्रयोग करना चाहता हूं लेकिन समस्या बढ़ जाने के कारण फिलहाल मैंने इसका प्रयोग रोक दिया है। कृपया मार्गदर्शन करें.

समाधान: ऐसा अक्सर तब होता है जब कि उत्पाद में प्रयोग की जाने वाली ब्राह्मी को खेतों से एकत्र किया जाता है अर्थात इसे जंगल से एकत्र न कर इसकी खेती की जाती है और उसके बाद इस ब्राह्मी को उत्पाद में डाला जाता है।

ब्राह्मी की खेती करने से उसके बहुत से औषधीय गुण खत्म हो जाते हैं और साथ ही कई तरह के दोष उत्पन्न हो जाते हैं।

यदि जंगल में प्रकृति की गोद में अपने आप उगने वाली ब्राह्मी का चयन उत्पाद के लिए किया जाए तो इस दोष को दूर किया जा सकता है।

एक और उपाय है जो कि पारंपरिक चिकित्सक अपनाते हैं।

ब्राह्मी की खेती करते समय उसे कई तरह के औषधीय सत्वों से सिंचित करते हैं जिससे कि ब्राह्मी के दोष खत्म हो जाते हैं और उसे सफलतापूर्वक बिना किसी नुकसान के उत्पाद में शामिल किया जा सकता है।

From E-book by Pankaj Oudhia titled 100 powerful variants of Saraswatarishta used by the Traditional Healers of India. pankajoudhia.com

For Consultation write at pankajoudhia@gmail.com

Comments

Popular posts from this blog

Momordica angustisepala (comments of Pankaj Oudhia)

Research References on Promising and Potential Healing Phytomedicines for Covid-19 like viral diseases from Medicinal Plant Database by Pankaj Oudhia (Contd.)

Solanum nigrum var. nodiflorum (Anti-cancer properties)